मैं भव बन्धन मे खोती रही और मेरी लेखनी रोती रही.. मैं बैरन! बैठी रही 'चौके' मे सुबह से सांझ तक और मेरी 'कहानी' भूखी ही सोती रही.. #meri bhuki kahani #nojotohindi