Nojoto: Largest Storytelling Platform

माथे को चूमता हूं तो इस कदर मदहोश हो जाता हूं इश्क

माथे को चूमता हूं तो इस कदर मदहोश हो जाता हूं इश्क में  तुम्हारे 
जैसे कि बनकर भौंरा गुलाब की कली में सो जाऊं।

और तुम्हारी निगाहों का तो जवाब ही क्या 
जब भी मिलाती हो तो लगता है काजल बनकर बस जाऊं हमेशा के लिए निगाहों में तुम्हारे ।।

©Deepak Fageriya माथे को चूमता हूं तो इस कदर मदहोश हो जाता हूं इश्क में  तुम्हारे 
जैसे कि बनकर भौंरा गुलाब की कली में सो जाऊं।

और तुम्हारी निगाहों का तो जवाब ही क्या 
जब भी मिलाती हो तो लगता है काजल बनकर बस जाऊं हमेशा के लिए निगाहों में तुम्हारे ।।
#soulmate
माथे को चूमता हूं तो इस कदर मदहोश हो जाता हूं इश्क में  तुम्हारे 
जैसे कि बनकर भौंरा गुलाब की कली में सो जाऊं।

और तुम्हारी निगाहों का तो जवाब ही क्या 
जब भी मिलाती हो तो लगता है काजल बनकर बस जाऊं हमेशा के लिए निगाहों में तुम्हारे ।।

©Deepak Fageriya माथे को चूमता हूं तो इस कदर मदहोश हो जाता हूं इश्क में  तुम्हारे 
जैसे कि बनकर भौंरा गुलाब की कली में सो जाऊं।

और तुम्हारी निगाहों का तो जवाब ही क्या 
जब भी मिलाती हो तो लगता है काजल बनकर बस जाऊं हमेशा के लिए निगाहों में तुम्हारे ।।
#soulmate