मां मैं बहुत खुश हूं, मैं भी दुनिया देखूंगा, इस हरे भरे वन में मैं भी खुशी से घूमूँगा | नदी किनारे सूँढ उठाकर पानी से मैं भी खेलने जाऊंगा, शाम ढले तुम सबके साथ मैं भी टहलने आऊंगा || माँ मुझे भूख लगी है, कुछ मुझे तू खिला दे, पास उस गाँव से, कुछ खाने को ला दे | माँ ये सब कितने अच्छे हैं, हमे अनानास खिला रहे है, सब साथ मिलकर देखो हमारी भूख मिटा रहे है || माँ ये क्या हुआ, ये घाव कैसे आये, हमारे खाने में पटाके किसने मिलाये | हमने खाना ही तो मांगा था, इसमें क्या गुनाह किया, ऐसा व्यवहार कर, इन सबने हमे धोखा क्यों दिया || - ओजस्वनी शर्मा "मेरे अलफ़ाज़" आज की सबसे दुःखद खबर पढी, मल्लपुरम, केरल में कुछ लोगो ने अनानास में पटाके भर एक गर्भवती हथिनी को खिला दिए | इस कारण उसकी मृत्यु हो गयी | इस कविता में मेने उस बच्चे के भाव को बताया है | #elephant #kerala #merealffaz #OjaswaniSharma #poem