यह बेसब्री, बेइंतहा है, एक अर्जी, इल्तिजा है, सफ़्हों में सफ़्हों से दबा एक सफ़्हा है, मेरी अर्जी का सफ़्हा फिर कहाँ रखा है? कितना कुछ माँग लिया लोगों ने उससे, अरे बस करो! ले दे के एक ही तो खुदा है, यह बेशर्मी, बेहया है, एक अर्जी, इल्तिजा है..।। #dontwish #justdoit #random #shortpoem #hindi #yqdidi #shayari #letter