" मेरे लिए तुम कौन हो " तुम हीर हो, तुम नीर हो, तुम हाथों की लकीर हो, तुम जीवन की तकदीर हो। खयालों में तुम , यादों में तुम , धड़कनों में तुम, हर एक सांस में तुम। तुम जैसा कभी सोचा नहीं , तुम जैसा कभी दिखा नहीं, तुम जैसा कभी मिला नहीं , तुम जैसा कभी पाया नहीं । मिले तुम तो तमन्नाएं पूरी हुई, मिले तुम तो हसरतें पूरी हुई , मिले तुम तो आरजू पूरी हुई , मिले तुम तो जिंदगानी शुरू हुई। धन्नो #mynewpoetry