ये यादों की सैर है, अब बस जुगनु ही नज़र आते हैं, कल तलक चाँद भी अपनी लालटेन लिए नज़र आते थे।--2 किसे किस्से क्या हुआ ये हम क्या जाने वो क्या जाने, ये हर मोहब्बत करने वालो का इम्तिहा है ये तो बस वो जाने। #sad_sayar