मुझे तो अपनों ने लूटा गैरों में कहां दम था मेरी हड्डी वहां टूटी जहां हॉस्पिटल बंद था मुझे जिस एंबुलेंस में डाला उसका पेट्रोल कम था मुझे रिक्शे में इसलिए बिठाया क्योंकि उसका किराया कम था मुझे डॉक्टरों ने उठाया नर्सों में कहां दम था मुझे जिस बेड पर लिटाया उसके नीचे बम था मुझे तो बम से उड़ाया गोली में कहां दम था ©chandrepal #touch शेयर चैट