तुम्हारे वास्ते मैं छोड़ सकता हू ज़माने को और एक तुम हो कि अपनी नींद को भी तर्क नहीं करती। सुकूं से सो रही हो तुम मेरी नींदे चुरा कर जो मोहब्बत मेरी पुख्ता है तभी तो ग़र्क़ नहीं करती सुबह जब तुम उठोगी देख लेना मेरी यादों में तुम्हारी हर अदा प्यारी रहेगी फर्क़ नहीं करती Late night soching and writing. 😉 #yqbaba #yqsayyed #yqsheroshayri #yqdidi #yqbhaijan