देर से हुआ पर इंसाफ़ तो हुआ पर क्या वाकई में इतना काफी है, सात साल लगे एक सही को साबित होने अभी तो कई निर्भयाओं को न्याय मिलना बाकी है, इन देर भली सजाओं का क्या फायदा गर सिस्टम का फायदा उठाये घूमते रहे खुले में,जघन्य अपराधी है , बावजूद गुनाह के साबित होने क्यों गलत को दी जाती,वक्त की आजादी है, सच को रख के ताक पे, क्यों दिया जाता तारीखो का पुलिन्दा, दोषियो को मिलते ऐसे अनगिनत मौके,सच्चाई के साथ नाइंसाफ़ी है, जरूरत है सख्त कानून को गठना, लोगों के नाजरिये को बदलना, केवल एक-दिवसीय की इज्ज़त महिला दिवस ना काफी है, अब भी वक्त है नींद से जागो अपने अपने घरों की ओर ताको, इस एक जीत से संतुष्ट ना होना, हमें और निर्भयाओं को कुर्बान नहीं है होने देना अभी और निर्भयाओं के लिए लड़ना बाकी है ...!! Justice Delayed is Justice Denied #Nirbhaya #Justice #nirbhaya_verdict #NojotoHindi #Social #Judgementday #Trend