निंद उड़ सी गई है, जान जाने सी लगी है। लफ्ज़ खामोश हो गई है, उम्मीदें टूटने सी लगी है। उसके इंतजार में सारी रातें अब कम नहीं है। जी हाँ, जान जाने सी लगी है... मगर वो लौटकर आयेगा ज़रूर मुझे अपने संग ले जायेगा ज़रूर...। ©Pakhi प्रेम से जीवन को संवारें। #Shayari