कि ख्वाहिश न हो की पहली कोशिश हीं रंग बिखेर देगी। जज्बा हो दिल में कोशीश से न थकने की, रास्तों के कांटों को पार करने की। किसी संबंध वाले के तनों को, ना दिल से लगाने की। और मंज़िल बन जाए मंज़र नजरों की। OPEN FOR COLLAB✨ #ATशुरुआतऐसीहो • A Challenge by Aesthetic Thoughts! 🌹 Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.