तुम थे तो सब था तुम नहीं तो अब कुछ भी नहीं तेरे जाने से मरे तो नहीं हम आज मगर जिंदा भी नहीं तुमने इश्क जताया जो सब झूठा कुछ दिन की चाहत इसके शिवाय कुछ भी नहीं तुमने सिर्फ जस्बातों से खेल मेरे बाकी हम तुम्हारी जिंदगी में कुछ भी नहीं.. चलो जाओ माफ करते हैं तुम्हारा हर गुनाह तुम जो समझ ना पाए मासूम से इश्क़ को तो ये तुम्हारी खता है हमारी नहीं.. मगर ढूंढोगे जरूर एक दिन की तुमने खोया क्या है जो तुम्हारी एक मुस्कान के लिए दुनिया से लड़ सकता था, जीता था मारता था सिर्फ तुम्हारे लिए खुद के लिए नहीं..!!🩶✨ ©VIKAS tyagi TYAGI #Life_changing