मुलाकात का सिलसिला तुने बडने ना दिया तेरी बातोंने रात भर सोने ना दिया बे वजह सोचता हू तुझे दिन के उजालो मे किसी ओर के लिये तुने मुझे अपना होने ना दिया Kamlesh chaple सिलसिला ।