हर बार मेरा पीछा करती है । तुम्हारी यादें... मैं खिंचा जाता हूं तुम्हारी और... जैसे घुल गयी है । तुम्हारी यादों में "अत्तर" की "खुशबू" premprakash bangar hindi shyari #Star