पहली मुलाकात (अनुशीर्षक में पढ़ें) पहली मुलाकात हमारी मायूस ज़िंदगी में आई इक बहार जब दाख़िल हुए वो ज़िंदगी में मेरी मिल गया इक हमदर्द हमें उनसे करने लगे हम हज़ारों बातें अपने दिल की हर रोज़ करने लगे,