अब अकेले ही तुम हिज्र में गुजारा करना जो तुम्हारा है अब उसे ही पुकारा करना अब बहुत सह चुका हूँ मैं जहालत तेरी हो सके तो अब ना कोई इशारा करना तुम जिनकी खिदमत मेें मुझको भूले हो मेरे मरने पे बस उनका ही सहारा करना मै मातम मनाऊँगा अपने मरने का तुम यार के संग जश्न ए बहारा करना Jo tumhara ho