आप सभी मित्रों को हैप्पी महिला दिवस यू मेरी भी कुछ सपने हैं यू मेरे भी कुछ शौक है फिर यह बंदी से है क्यों मैं भी आसमान छूना चाहती हूं मैं भी कुछ करना चाहती हूं फिर यह साजिश से क्यों हमें जीने का हक है हमें पहनने का के फिर इतना सवाल क्यों आखिर हम भी किसी की परी हूं फिर ऐसे घूरते हो क्यों कभी बिटिया बनकर मिला ऐसा ना कर तू पराई है कभी बहू बनकर मिला तुझे कुछ आता तो है नहीं तेरी मां क्या सिखलाई है मैं तो सबको खुश देखना चाहती हूं पर मेरी किसी को फिक्र नहीं मैं तो सबको ध्यान रखती हूं पर मेरी किसी को खबर नहीं बहन थी भाई जैसे बराबर नहीं बीवी हो तो रानी जैसे आदर नहीं लोग समझते हैं चीज मुझे जब चाहा खाया फिर जी भरा तो छोड़ दिया लोग मेरे जज्बातों को बाजारो खिलौना समझते हैं खेला फिर तोड़ दिया क्योंकि मैं बिटिया हूं और मैं एक लड़की हूं मुझे खुद का निर्णय लेने तक हक नहीं सब से एक सवाल आखिर मुझे जीने का कहा कि कब मिला By ( सोनू स्नेही) #womens day #mahila #diwas #pain #daughter #happy