काश तुम भी होते काश तुम भी होते आज साथ मेरे, फ़िर यूँ तन्हा ना होते जज़्बात मेरे, मुझे इस तरह मेरी कमी खलती नहीं, जो तुम होते तो होते सपने आजाद मेरे, मगर अब तुम्हारे ना होने का भी गम नहीं है, मुझे व्यस्त रखने को मुश्किलें भी कम नहीं है, कभी कभी ये काश होठों पर यूँ ही आ जाता है, मगर अब तुम्हारे लौट आने का कोई भ्रम नहीं है, शायद उलझकर भी बखूबी सुलझे होते ये हालात मेरे, मैं हमेशा मैं ही रहता, अगर तुम भी होते आज साथ मेरे। IG:— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla काश तुम भी होते...! . . ➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺ ✍🏻Saket Ranjan Shukla All rights reserved© ➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺➺ Like≋Comment