आग़ाज़-ए- मुहब्बत है संभल जा ऐ दिल क्या ज़रूरत है ऐसे मचलने की पल भर की रौशनी है बुझ जाएगी ये लौ क्या ज़रूरत है लेकर चिराग तुफानो मे चलने की #aagaaz #Nojoto #thought #Quotes