जिंदगी कुछ इस तरह से गुजरी कि वक्त का कुछ पता ही नहीं चला तेरी छत की तरफ देखता हूं तो ऐसा लगता है कि तू आज भी मौजूद है ऐ परम ©paramjit singh paramjit singh यादगार पर गुजरे हुए पल #Anger