आओ कोई शाम गुज़ारें(ग़ज़ल) चलो रुक जाते है अब हम अंजाम से पहले, चलो आओ कोई शाम गुज़ारें शाम से पहले। कोई बात करें तेरी तो आग लग जाया करती थी, अब बात ही बदल देते है हम तेरे नाम से पहले। वो फ़ोन पर घण्टों घण्टों तेरे संग बात करना, बड़े ख़ूबसूरत पल बिताए है कोहराम से पहले। भले लोग हमें आज डूबता हुआ आफ़ताब कहें, हम बहुत कामयाब थे इश्क़ में नाक़ाम से पहले। सरेआम तेरा ज़िक्र भी मुझें बर्दाश्त नही अंजान, हमनें गुनाह कुबूल कर लिया इल्ज़ाम से पहले। #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #विशेषप्रतियोगिता #kkpc18 #yqbaba #yqdidi #love #yourquote