इनकार ना करने से भी बड़ा होता चुप रहना अब इन्कार नहीं करेंगे तुम्हें किन्हीं चीजों के लिए अब बातें बेवाक नहीं करेंगे हर वक्त वो बचपना जो जिंदा था अब तलक रेत देंगे गला उसका आहिस्ता -आहिस्ता घुट जाए चाहे कितना भी दम लोगों की बातों से रख लेंगे सब सीने में दबा के अब इकरार नहीं करेंगे तुम्हें सीख जाएंगे निष्पक्ष बात में भी हामी भरते रहना ! ©MamtaYadav #feelings