तुम पानी की उपरी सतह पर तैरती हुई सी. मैं कई के नीचे दबा मिट्टी सा, हमारा मेल उतना ही मुश्किल है जितना परिंदा आग से गुजरे और पर बचा ले। ©Roman Jain #sagarkinare #roman