काश कोई पढ़ पाता हमको खुली किताबों के जैसा काश कोई लिख पाता हमको चित्र कहानी के जैसा काश कोई सपनों में भर कुछ भाव संजो लेता हमको काश कोई आंखें बंद कर होठों से छू लेता हमको..... अकल्पनिय Aaruhi singh ( neha) काश.....