कौन नहीं दीवाना इस रंगरूप का। हर कोई आशिक है उस नाचीज़ का।। फूल सी हँसी,सादगी है गहना जिसका। ज़ुदा सी हरक़त,है अलग अंदाज उसका। बताओ ज़रा क्या ही अब हम उनकी बात करें। जो है संस्कारों से परिपूर्ण भारतीय नारी का। अपनाती नीतियों को, मान रखती रिवाजों का। शान है समाज की,गर्व है वो हमारे हिंदुस्तान का। ♥️ Challenge-709 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।