हमी को क़ातिल कहेगी दुनिया हमारा ही कतले- आम होगा, हमी कुंवे खोद्दते फिरेंगे हमी पे पानी हराम होगा, अगर यही ज़ेहनियत रही तो मुझे ये डर है के इस सदी में ना कोई अब्दुल हमीद होगा ना कोई अब्दुल कलाम होगा!! #nojotohindishayri #indianmuslim #shaiqueYusufzai #shayar