________________________ मुझे तुम से मोहब्बत है कैसे कह दूँ मैं समाज की मर्यादाओं में जकड़ी हुई हूँ मैं न सिन्दूर न चूड़ी न बिन्दी एक सफेद लिबास में कब से घुट कर जी रही हूँ मैं पूजा- पाठ शादी - विवाह कई पवित्र संस्कारों से वंचित होती आ रही हूँ मैं अपनी खुशियों अपनी कई इच्छाओं को पल - पल मरते देख रही हूँ मैं इसके बावजूद समाज की नजरों में कोई स्थान नहीं कितनी अभागी रही हूँ मैं Queen"आज अपनी दुनिया बसाना चाहती हूँ बदचलन हुईं इस समाज के ताने सुन रही हूँ मैं ।। ♥️ Challenge-587 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।