मैं टूट जाऊँ तो आकर गले लगा लेना, कोई दलील, कोई मश्विरा नहीं देना! - सौरभ सदफ़ . ©Raushni Tripathi मैं टूट जाऊँ तो आकर गले लगा लेना, कोई दलील, कोई मश्विरा नहीं देना! - सौरभ सदफ