गुस्ताख़ी कर लिया करो। थोड़ा तमीज़ भूल जाया करो। अपनों के पास वक़्त न हो तो, वे वक़्त उन्हें तंग किया करो।। बुरा बनने की चाह रखा करो। अच्छाई को खुद की परछाई न बनाया करो। भलाई अगर रास न आए तो खुद को दूसरों से अलग किया करो।। थोड़ा बदतमीज़ बन जाया करो। काटना छोड़, थोड़ा जिंदगी जी लिया करो।। ©BINOदिनी #जिंदगी_का_सफर #बदतमीजी