ऐ-मेरी-मोहब्बत सुन पता है तुम्हें पाने या न पाने की मेरी कोई हसरत नहीं है , क्योंकि तुमसे मोहब्बत करने के लिए मुझे तुम्हारी ही जरूरत ही नहीं है , मेरा यकीन मानो तुम तुमसे प्रेम प्राप्त किए बिना ही प्रेम कर सकता हूं मैं तुमसे दूर रह कर भी अपने हिस्से का प्रेम तुम्हारे बिना भी कर सकता हूं मैं आज भी तुम्हारी आँखों के अश्को को अपनी आँखों में ले सकता हूं तुम्हें मुझसे नफरत है बस नफरत , सच कहूं तो मुझे ये भी कबूल है , तुमने जो किया इसके लिए तुझे बद्दुआ दूंगा ये तुम्हारी सबसे बड़ी भूल है मेरा ये इश्क तुम्हारी या औरों की तरह मौसमी नहीं है , तुझे भुला दूं ये इतना भी लाजिमी नहीं है , सारी उम्र कर सकूं ये वो इंतजार है तुम मानो या मानो सच कहता हूं मुझे तुमसे प्यार है ©Devil मुझे तुमसे प्यार है 🙂