Nojoto: Largest Storytelling Platform

#गूदड़ (1) आज माँ की बरसी है,एक साल बीत गया उनको इ

 #गूदड़ (1)

आज माँ की बरसी है,एक साल बीत गया उनको इस दुनिया से गए।उनकी कमी बहुत खलती है ,उनके बिना भी रहना पड़ेगा यह तो कभी भी हमारे फ्यूचर प्लान में था ही नहीं। बहुत गरीब थे हम। झुग्गी में किराये पर रहते थे। माँ पास की कॉलोनी में एक टीचर के घर सारा दिन काम करने जाती थी। वह सरकारी स्कूल की टीचर थी उन्होंने मेरा और मेरी बहन का भी एडमिशन करा दिया था उसी सरकारी स्कूल में जहाँ वह पढ़ाती थी ।हम दोनों बहने पढ़ने में बहुत होशियार थी, वजीफा भी मिलता था हमें हमारे पिता मजदूर थे । माता पिता दोनों ही मेहनती
 #गूदड़ (1)

आज माँ की बरसी है,एक साल बीत गया उनको इस दुनिया से गए।उनकी कमी बहुत खलती है ,उनके बिना भी रहना पड़ेगा यह तो कभी भी हमारे फ्यूचर प्लान में था ही नहीं। बहुत गरीब थे हम। झुग्गी में किराये पर रहते थे। माँ पास की कॉलोनी में एक टीचर के घर सारा दिन काम करने जाती थी। वह सरकारी स्कूल की टीचर थी उन्होंने मेरा और मेरी बहन का भी एडमिशन करा दिया था उसी सरकारी स्कूल में जहाँ वह पढ़ाती थी ।हम दोनों बहने पढ़ने में बहुत होशियार थी, वजीफा भी मिलता था हमें हमारे पिता मजदूर थे । माता पिता दोनों ही मेहनती

#गूदड़ (1) आज माँ की बरसी है,एक साल बीत गया उनको इस दुनिया से गए।उनकी कमी बहुत खलती है ,उनके बिना भी रहना पड़ेगा यह तो कभी भी हमारे फ्यूचर प्लान में था ही नहीं। बहुत गरीब थे हम। झुग्गी में किराये पर रहते थे। माँ पास की कॉलोनी में एक टीचर के घर सारा दिन काम करने जाती थी। वह सरकारी स्कूल की टीचर थी उन्होंने मेरा और मेरी बहन का भी एडमिशन करा दिया था उसी सरकारी स्कूल में जहाँ वह पढ़ाती थी ।हम दोनों बहने पढ़ने में बहुत होशियार थी, वजीफा भी मिलता था हमें हमारे पिता मजदूर थे । माता पिता दोनों ही मेहनती #nojotophoto