रख हौसला तू है ये कुछ समय का अंधेरा एक दिन वो खिलता हुआ सवेरा फिर आएगा न तोड़ हौसला तू अपना वो बचपन वाला गीली डंडा का खेल फिर आएगा रख यकीन खुद पे वो कॉलेज वाले दिन फिर आएंगे रख हौसला वो बर्थडे पार्टीयो का सिलसिला फिर आएगा वो मस्तिया के किस्से और अटल सर् की कहानियो का दौर फिर आएगा रख होसला वो खिलता हुआ सवेरा फिर आएगा ।। ✍️नरेश चंद #होसला