असली सोने पर जैसे पीतल का पानी चढ़ा रखा है इसी तरह भारतीयों ने खुद को बेभाव बना रखा है। इकठ्ठे कर लिए संस्कार में ज़माने के कंकड़-पत्थर अपनी अमूल्य संस्कृति,दोयम व्यापार बना रखा है। जागो हे भारत जागो! मातृभूमि का यश गान करो अपनी मेधा और प्रतिभा से जननी का सम्मान करो। तुम्हारी क्षमताओं का डंका दुनिया भर में गूंज रहा विश्व गुरु पुनः बनाने को भारत का हर सपूत खड़ा। #जागो_देश_वासियों_जागो #jayakikalamse #yqdidi #yqhindipoetry