हुं प्रताप का अनुयायी सर ना कभी झुकाउंगा राह भरे हो क्युं ना कांटो से मैं पग ना पीछे हटाउंगा मैं चीर छाती बाधाओं की मैं राणा सा बढता जाउंगा मेरे राह के तुफानों से, चट्टानों से हल्दीघाटी सा संघर्ष मचाउंगा मंजिल जो मन में किया है निश्चित उसके लिए जीवनप्रयंत संघर्ष चलाऊंगा हुं प्रताप का अनुयायी सर ना कभी झुकाउंगा रंजेश सिंह #maharana #pratap #braveheart