#चंदशेर #ख्वाहिश हूं न हैरां न मैं परेशां ही, किसकी ख़्वाहिश हुई हैं सब पूरी। ख़्वाहिशें दिल की उसने पूछ लिया, सुन के शरमा गया बताया जो। ख्वाहिशें कितनी दफ्न दिल में लिए, शह्र से तेरे आज हूं निकला। दिल है इक कब्रगाह सा मेरा, दफ्न इसमें हैं ख्वाहिशें कितनी। ©Shailesh Maurya #शैलशायरी #चंदशेर #ख्वाहिश #Light TAMANNA NAIN(taani)