फेर लेना यूँ नज़रें हमसे, देखते ही सूरत-ए-हाल हमारा..! कुछ तो बाकी है अब भी सनम, इश्क़ में भूलना नाम तुम्हारा ..! दिल जोड़ने की बात करती, रूह के रिश्तों का लेकर सहारा..! मन की महफ़िल सूनी मिली, जब जब दिल से तुम्हें पुकारा..! नज़रों की नज़ाक़त से हैं आहत, जाओ तुम्हें अब मन से उतारा..! ©SHIVA KANT #Light #lovequotes