वक़्त की आँधी ने कोशिश की थी डूबोने की मग़र जिद्द अपनी भी थी साहिल को पाने की, कुछ साथ दिया मयखानों ने कुछ मौजों में भी रवानी थी चलते रहे ज़िन्दगी के हौंसलों के साथ हार हमने कभी न मानी थी.....! मरजाणा दीप वक़्त की आँधी ने....!!