जिन्दगी की राहों में कांटे बहुत हैं बचपन की यादें सताती बहुत हैं छुट गये हैं उम्मीदो के दामन बीते वक्त की यादें बहुत हैं अरमान है मेरा खुले आसमान में उड़ने का पर इस दुनिया में शिकारी बहुत हैं चाहत है दिल की हर ख्वाब सच कर जाऊं अपना पर मजबूरीयों की सांकर बहुत हैं जिन्दगी की राहों में कांटे बहुत हैं बचपन की यादें सताती बहुत हैं जिन्दगी 🍁🍁🍁