हम तुम्हें दोस्त बनाना चाहते थे... ना जाने क्यों तुम्हें ही प्रेमी बनना था... दोस्त होते तो साथ होते! चेतना विनय तिवारी २४-०६-२०२३ ©Chetna Vinay Tiwari #साथ - साथ