पल्लव की डायरी युवाओ वाला देश,आश्वासनों में फ़ँसा है सिर्फ भाषणों में इस्तेमाल होता है एक दशक यू ही बीता गया भविष्य उनका रीता जाता है नीतियों ने नीयत बदल दी रोजगार जॉब पाना किसी जंग जैसा होता जाता है फजीहत अब अमेरिका ने कर दी जंजीरो में भारतीय जकड़ा जाता है साधन सम्पन्नता भरी पड़ी है भारत मे मगर लालची सियासतों ने भविष्य सबका अंधा बना रखा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #India नीतियों ने नियत बदल दी