आज भरी महफ़िल में उससे मुलाकात हुई, आँखों ही आंखों से सिर्फ बात हुई.... इरादा गुफ़्फ़तगू का होने लगा था... मेरे मन मे भी कुछ-कुछ होने लगा था... लेकिन कश्मकश में था कि कुछ कहूँ या न कहूँ... अभी खामोश ही था कि महफ़िल खत्म होने की बात हुई ।। भरी महफ़िल में उससे मुलाकात हुई