ये यादें भी पिछली यादों की तरह फीकी पड़ जायेंगी। और नई यादें भी इनकी जगह लेने को आ जायेंगी। निरंतर समय इन यादों को अपने पानी से धोता रहेगा। यह सिलसिला यूँ ही चलता रहेगा। एक एक करके चिनार के पत्तों मानिंद ये सुर्ख हो कर गिर जायेंगी। और सब्ज़ यादें इनका स्थान लेने मनस्थल के वृक्ष पे खिल जाएंगी। एक एक करके... #एकएककरके #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi