तुम्हारे एहसासों को, अल्फाज़ देने की चाहत में, अक़्सर, रात के पहर बीत जाते है !! सारी की सारी, कोशिशें धरी रह जाती है, हम, शब्दो की खोजबीन में जूझते रह जाते है !! इन दिनों हम, तुम्हारे हिस्से का वक़्त, मदहोशी में, ख़ुद के साथ बिताते हैं सुकून बस, इस बात का रहता है, तुम्हे, सलीक़े से सोच तो पाते है !! ©Bhushan Rao...✍️ #NojotoWriter #hey_you Sudha Tripathi Amita Tiwari