यू तो महफूज़ है तेरा इश्क़ मेरी रूह में जिसे सरे आम कह दु तो गुनाह बन जायेगा दिख जाए तू कही इख्तफाख से अदा-ए-नज़र छुपा लू, खामखा तुझ पर इल्ज़ाम लग जायेगा ~~ dimple panchal # इश्क़ का इल्ज़ाम