"दोस्त" ऐ दोस्त तेरा हर करतूस अच्छा लगता है, तुम्हारे हर जोक पे हंसता हूँ ll कभी तुम मेरा जोक बनाते हो, तो मैं तेरा बनाता हूँ हर रोज स्कूल की जीम मे मैं तुम्हें बुलाता हूँ ll कभी कभी मैं तुम्हें बातों मे उलझाकर क्लास बंक कराता हूं कभी कभी धरम करम की बाते तुम मुझे सुनते, मैं तुम्हें सुनाता हूँ ll बड़ा मजा आता है जब हम मिलकर गप - शप उड़ाते है तुम मेरा नहीं सुनते, मैं तेरा नहीं सुनता फिर कुछ और मजेदार बाते बनाते है ll ©Durgesh Kumar दोस्त