अपने वक्त के इंतजार में इतना वक्त निकाल गया, बचपन से जवानी तक का अपना सफ़र गुजर गया, सोचते थे, एक दिन अपना भी वक्त आएगा जहां में, बहुत कुछ बदला ,पर वक्त आज भी वहीं रह गया । घड़ियों की सुई सी चलती रही अपनी ये जिंदगी, बस चलते रहना ही इसकी फिदरत हो गई,, नजर उठाकर एक झलक देख चलते बने सभी, हम तो कल जहां थे ,आज भी रह गए वहीं। ,,दीप, #Time Swati kashyap Reena Prajapati😗