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वो बचपन भी कितना खुशनसीब था ... न चिंता थी जीवन क

वो बचपन भी 
कितना खुशनसीब था ...
न चिंता थी जीवन की !
न दूसरों से प्रतिस्पर्धा थी 
बस अपने मस्त चाल में चलते थे 
वह बचपन भी बड़ा सुहाना था ।

अब एक कार्य करने पर
हजारों प्रश्न आ जाते हैं 
न जाने कौन यहां 
किसका परिंदा है ??
जब अपने ही दुश्मन बन जाते हैं ;
मनुष्य व्याकुल होकर 
जीवन दर्शन ही 
अपना विस्मृत कर देता हैं ।।
 #thoughtoftheday 
#thamizhpakkam
वो बचपन भी 
कितना खुशनसीब था ...
न चिंता थी जीवन की !
न दूसरों से प्रतिस्पर्धा थी 
बस अपने मस्त चाल में चलते थे 
वह बचपन भी बड़ा सुहाना था ।

अब एक कार्य करने पर
हजारों प्रश्न आ जाते हैं 
न जाने कौन यहां 
किसका परिंदा है ??
जब अपने ही दुश्मन बन जाते हैं ;
मनुष्य व्याकुल होकर 
जीवन दर्शन ही 
अपना विस्मृत कर देता हैं ।।
 #thoughtoftheday 
#thamizhpakkam
richamishra8100

Richa Mishra

New Creator