कहीं दंगे कहीं लड़ाई कहीं कोई करता है बेवफाई ज़मीन जायदाद मकान क्या साथ जाए शमशान सांस टूटी दुनिया छूटी भाग्यवान की किस्मत रूठी साथ न दोस्त न भाई कोई तरकीब काम न आयी जीवित रहते करो तैयारी छोड़ देती दुनिया सारी काम न आती दौलत जायदाद भूल जाती अपनी ही औलाद करते रहते पाप की कमाई कर दो कभी किसी की भलाई ।। #nojotohindi#भलाई#kavita#poetry#duniya