वो खिचें चले आये अनत उस मोड़ पे जैसे अश्रु ढुलक चले आते पलकों की कोर पे !! वो दिल का सौदा करना चाहते इस तौर से जैसे मोर नृत्य की कीमत चुकाता पंख देकर भौर से !! वो बंजारन बनी निकल इस कलयुगी दौर से जैसे कोई नई मंजरी खिलती है सृजन का बीज तोड़ के !! अनत- सीधा #love #shayari #yqbaba #yqdidi #gazal #poetry #kavita #surajaaftabi