सांझ होते ही सारा आकाश गुलाबी रंग से भिग
गया और जो श्वेत बादल वह भी गुलाबी हो गए
मगर काले बादल काले ही रह गये,,,
जिसका हृदय स्वच्छ निर्मल श्वेत है प्रकृति उसे
अपने रंग से भर देती है जिसका हृदय भरा है
ईर्ष्या द्वेष क्रोध से उसमें कोई स्थान ही नहीं रहता
प्रकृति को अपने रंग भरने का,,,, #awesomefeeling